
राहुल गांधी का कोरोना ज्ञान
राहुल गांधी ने मीडिया को वीडियो द्वारा संबोधित किया | देश में आये कोरोना संकट पर अपनी प्रतिकिया दी जो सुनने में हास्यास्पद लगी, ऐसा लग रहा था बिना किसी तैयारी के उन्होंने अपनी राय देनी शुरू कर दी |
अगर वीडियो में उनकी बातें सुनी जाए तो लगेगा की ये बात तो लगभग सबको पता है जैसे लॉकडाऊन एक पॉज बटन की तरह है बस , अब इनको कोई ये बताये ये तो सबको पता है पूरी दुनिया यही शोर मच रहा की भाई है बैठो इसका कोई इलाज नहीं है |
राहुल गांधी ने मोदी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि देश में रणनीति के तहत टेस्टिंग होनी चाहिए और टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए।हमें उन इलाकों में भी टेस्टिंग करनी होगी जहां केस नहीं हैं। रैंडम टेस्टिंग की देश में जरूरत है। जबकि उत्तर प्रदेश में रैंडम टेस्ट की शुरुआत हो चुकी है |
देश को दो मोर्चों पर ज्यादा काम करने की जरूरत है- एक हेल्थ और दूसरा अर्थव्यवस्था। फूड का सेफ्टी नेट तैयार करना होगा। जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें भी मुफ्त राशन दीजिए। साथ ही न्याय योजना के तहत पैसे दीजिए, भले ही आप इस योजना का नाम न दें और दूसरा नाम यूज करें। लगता है राहुल जी बिल्कुल समाचार नहीं देखते राशन के लिए केजरीवाल आर्डर दिया की सभी लोगो को दिया जाये | ३ महीने का राशन आधार कार्ड पर मुफ्त दिया जा रहा है |
सिर्फ लॉकडाउन से ही बात नहीं बनेगी, आपको अपनी ताकत और संसाधन का सही से इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि करोरोना को लेकर अभी देश में इमर्जेंसी जैसे हालात हैं। कोरोना के खिलाफ देश को एकजुट होकर लड़ना होगा। लॉकडाउन से बात नहीं बनी है, क्योंकि यह महामारी कुछ समय के लिए रुक गई है।
इटली और ब्रिटेन इस वक्त ज्यादा परेशान भारत से ज्यादा विकसित है आबादी भी कम लेकिन वो भी नहीं संभल पा रहा है अगर आपके पास ज्यादा बेहतरीन सुझाव तो आप इटली , ब्रिटेन , स्पेन और अमेरिका को भेज सकते है |
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