
जेएनयू एक विश्वविद्यालय या विषविद्यालय
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय मुझे कोई विश्वविद्यालय न लग कर आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र ज्यादा लग रहा है । आजकल जैसी बयानबाजी जेएनयू की ओर से हमे देखने और सुनने को मिल रही है, उससे ये लग रहा है की इस विश्वविद्यालय में आतंकवादियो के रिस्तेदार ही पढ रहे हो । जो खा तो भारत का रहे है लेकिन गा पाकिस्तान का रहे हो । यहाँ के शिक्षक और छात्रों की बाते सुन कर ऐसा लगता है मानो पाकिस्तान ने दिल्ली में जेएनयू नाम की एक जगह ले ली हो जहाँ सिर्फ भारत विरोधी ही रहते हो । इस जगह से ऐसी-ऐसी विषैली बाते निकल कर आ रहा है लगता है ये कोई विश्वविद्यालय न हो कर विषविद्यालय हो ।

मुझे लगता है भविष्य में जेएनयू में कुछ ऐसे कोर्स होंगे गन्दी राजनीती और देशद्रोह में पीएचडी, दल बदलू राजनीती और आतंकवाद में स्नातक इसके अलावा कुछ क्रैश कोर्स जिसमे नारेबाजी, पत्थरबाजी, चाकूबाजी , तोड़फोड़, भाषणबाजी आदि सम्मिलित होंगे ।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के फॉर्म पर बड़े-बड़े शब्दों में ये विचारधारा लिखी होगी।
अगर किसी को लगता है कि उसका बच्चा यहाँ वंहा तफरी मारता है, पढ़ाई बिलकुल नहीं करता है, छिछोरी संगत में रहता है, मोहले में गुंडई दिखता है और मना करने पर धरना देने की बात करता है, तो इस प्रकार के बच्चे को जेएनयू में एडमिशन दिलवाए क्योकि इस प्रकार के छात्र ही हमारे विश्वविद्यालय कि शोभा बढ़ाते है । इनको नौकरी मिले या न मिले ये अपनी कमाई का रास्ता खुद निकलते है नहीं तो इस कैंपस में रह कर भारत विरोधी नारे लगाते है ।
अब तक जो कुछ मुझे दिखा ये विश्वविद्यालय ऐसा लगा, मुझे लगता है भविष्य में कुछ और नए कोर्स शामिल किये जायेंगे । आगे मेरा लिखने का बड़ा मन है लेकिन ये सोच कर रुक रहा हूँ की ज्यादा लिखूंगा तो लोग पढ़ना छोड़ देंगे ।
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